चक्रवाती तूफान अम्फान सुंदरबन के करीब से पश्चिम बंगाल-बांग्लादेश के तटीय इलाके यानी दीघा (पश्चिम बंगाल) और हटिया द्वीप समूह (बांग्लादेश) के बीच से होकर गुजरेगा.
- अम्फान के कारण ओडिशा में हाई अलर्ट जारी
- 14 लाख से ज्यादा लोगों को किया गया शिफ्ट
21 साल बाद फिर तूफान से तबाही का खतरा है. बंगाल की खाड़ी में उठा अम्फान तूफान तेजी से ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तट की ओर बढ़ रहा है. अम्फान का पहला प्रहार पारादीप पर होगा, जहां तेज अंधड़ के साथ बारिश हो रही है. अम्फान तूफान के देर शाम तक दीघा तट से टकराने के आसार हैं.
पश्चिम बंगाल और ओडिशा के कुछ हिस्सों से सुपर साइक्लोन अम्फान टकरा चुका है. बंगाल और ओडिशा में तूफानी हवाओं के साथ मूसलाधार बारिश हो रही है. 21 साल बाद फिर तूफान से तबाही का खतरा है. बंगाल की खाड़ी में उठे अम्फान तूफान का पहला प्रहार पारादीप पर होगा, जहां तेज अंधड़ के साथ बारिश हो रही है.
तूफान अम्फान का लैंडफाल शुरू हुआ
एनडीआरएफ के डीजी एसएन प्रधान ने बुधवार शाम को प्रेस कॉन्फ्रेंस में जानकारी देते हुए कहा कि बंगाल में सुपर साइक्लोन अम्फान का लैंडफाल शुरू हो गया है. अगले कुछ घंटे काफी अहम हैं, क्योंकि करीब चार घंटे तक लैंडफाल की प्रक्रिया चलेगी. पूरे हालात पर हम नजर बनाए हुए हैं. उन्होंने कहा कि लैंडफाल के बाद हमारा काम शुरू होता है. पश्चिम बंगाल और ओडिशा दोनों ही राज्यों पर हमारी नजर बनी हुई है ओडिशा में एनडीआरएफ की 20 टीमें और पश्चिम बंगाल में 19 टीमें लगी हुई हैं. NDRF के डीजी ने कहा कि सभी टीमों के पास सेटेलाइट संचार सिस्टम है. हमारे पास अत्याधुनिक पेड़ कटाई और खंभों की कटाई के यंत्र हैं. दोनों राज्यों में 41 टीमों तैनात हैं. बंगाल में दो टीमें स्टैंड बाई पर रखी गई हैं, जिसमें से एक टीम अभी कोलकाता में तैनात की जा रही है.
106 किमी प्रति घंटे की स्पीड से चल रही हैं हवाएं
भारतीय मौसम विभाग (IMD) के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने कहा कि सुपर साइक्लोन अम्फान पश्चिम बंगाल में सुंदरबन के पास पहुंच रहा है. तूफान की वजह से ओडिशा में करीब 106 किमी प्रति घंटे की स्पीड से हवाएं चल रही हैं.सुपर साइक्लोन के आज शाम तक कोलकाता के पास पहुंचने की उम्मीद है. उन्होंने कहा कि हमारे अनुमान के मुताबिक, कोलकाता पहुंचने पर तूफान की रफ्तार करीब 110 किमी प्रति घंटा होगी. चक्रवाती तूफान अम्फान सुंदरबन के करीब से पश्चिम बंगाल-बांग्लादेश के तटीय इलाके यानी दीघा (पश्चिम बंगाल) और हटिया द्वीप समूह (बांग्लादेश) के बीच से होकर गुजरेगा.