रूस की वैक्सीन स्पूतनिक V (Sputnik V) की आयातित डोज की कीमत भारत में ₹ 995.40 होगी. भारत में इस वैक्सीन का निर्माण करने वाली डॉ. रेड्डी लेबोरेट्रीज ने यह जानकारी दी. स्पूतनिक V, जिसकी प्रभावशीलता 91.6% है, ऐसी तीसरी वैक्सीन है जिसके उपयोग को मंजूरी दी गई है. वैक्सीन की पहली डोज शुक्रवार को हैदराबाद में दी गई. स्पूतनिक V की आयातित (imported) डोज की इस कीमत में 5 फीसदी GST (प्रति डोज) शामिल है. हालांकि जब स्पूतनिक V की डोज का निर्माण भारत में शुरू हो जाएगी तो इसकी कीमत कम हो सकती है.इस वैक्सीन के अगले सप्ताह से बाजार में उपलब्ध होने की संभावना है. केंद्र सरकार ने गुरुवार को यह जानकारी दी थी. कई राज्यों में कोरोना वैक्सीन की कमी के कारण टीकाकारण कार्यक्रम प्रभावित हो रहा था.
स्पूतनिक V की आयातित डोज की पहली खेप भारत में 1 मई को पहुंची थी. इस वैक्सीन को 13 अप्रैल को भारत में आपातकालीन उपयोग के लिए मंजूरी दी गई थी. रेड्डी लेबोरेट्रीज के अनुसार, ‘आयातित डोज की और खेपों के आगामी महीनों में पहुंचने की उम्मीद है. इसके बाद इस वैक्सीन की आपूर्ति भारतीय विनिर्माण साझेदार की ओर से की जाएगी.’ 91.6% के साथ स्पूतनिक V की प्रभावशीलता (efficacy) अन्य दो वैक्सीन की तुलना में अधिक है. भारत में इस समय ऑक्सफोर्ड-एस्ट्रोजेनेका की वैक्सीन कोविशील्ड और भारत बायोटेक की वैक्सीन-कोवैक्सीन लोगों को लगाई जा रही है. कोविशील्ड का निर्माण पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया में किया गया जा रहा है जबकि कोवैक्सीन का निर्माण हैदराबाद में हो रहा है. स्पूतनिक वैक्सीन, लिक्विड और पाउडर, दोनों रूपों में उपलब्ध होगी. लिक्विड को माइनस 18 डिग्री तापमान में स्टोरी करना होगा. दूसरी ओर, पाउडर फॉर्म को 2 से 8 डिग्री के बीच रखा जा सकता है.
रूस ने पिछले साल अगस्त में दुनिया की पहली कोरोना वैक्सीन (coronavirus vaccine) बना लेने का ऐलान किया था. राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) ने कहा था कि उनके देश ने कोरोना वायरस की पहली वैक्सीन बना ली है. उन्होंने यह भी बताया कि उनकी बेटी को भी यह टीका लगाया गया है और वह अच्छा महसूस कर रही है. इस वैक्सीन का नाम स्पूतनिक-V (Sputnik V) रखा है कि जो उसके एक उपग्रह का भी नाम है.