राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका के सुप्रीम कोर्ट से इजाजत मांगी की वे अपने ट्विटर पर आलोचकों को ब्लॉक कर सकें. इससे पहले ट्रंप ने 2017 में अपने आलोचकों को ब्लॉक किया था तो मामला सुप्रीम कोर्ट में चला गया था. लोअर फेडेरल कोर्ट ने कहा कि ट्रंप आधिकारिक जानकारी ट्वीट करते हैं ऐसे में आलोचकों को ब्लॉक करना उनकी अभिव्यक्ति के हक़ पर चोट है. अब इस इस फ़ैसले को राष्ट्रपति ट्रंप ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है.
ट्विटर ने ट्रंप के ट्वीट पर लगाई गई चेतावनी
बता दें कि इस साल जून महीने में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रदर्शनकारियों के खिलाफ ‘‘गंभीर बल प्रयोग” की धमकी देने वाले एक ट्वीट को ट्विटर ने अपनी नीतियों का उल्लंघन करने वाला माना था और उस पर चेतावनी का लेबल लगा दिया था.
ऐसा बताया गया कि यह पांचवी बार था जब ट्विटर ने ट्रंप के ट्वीट को अपनी नीतियों का उल्लंघन करने वाले ट्वीट को रूप में वर्गीकृत किया है. इससे ट्विटर और अमेरिकी राष्ट्रपति के बीच विवाद और बढ़ गया था.
उस ट्वीट में ट्रंप ने लिखा था, ‘‘जब तक मैं आपका राष्ट्रपति हूं तब तक वाशिंगटन डीसी में कोई भी ‘स्वायत्त क्षेत्र’ नहीं
होगा. अगर वे ऐसा करने की कोशिश करेंगे तो उन्हें गंभीर बल प्रयोग का सामना करना पड़ेगा.” इस ट्वीट से दो हफ्ते पहले वाशिंगटन के सीएटल में प्रदर्शनकारियों ने पुलिस-मुक्त जिला बना दिया था.
ट्रंप का ट्वीट उसी संदर्भ में था. प्रदर्शनकारियों ने वह क्षेत्र जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के विरोध में बनाया था.